सिर्फ एक रोटी के लिए हर इंसान सुबह उठता है, सिर्फ एक रोटी के लिए। सारे काम निपटाता है, सिर्फ एक रोटी के लिए। काम पर सरपट जाता है, सिर्फ एक रोटी के लिए । गाली-गलौज,डांट-फटकार,धक्का-मुक्की सह...
Hindi / Bhojpuri Kavita
कवि संक्षिप्त परिचय :- नाम :- जनकवि महेश ठाकुर चकोरमुजफ्फरपुर (बिहार )फेसबुक संपर्क सुत्र :- घूस के जमाना बा मुंह मत देख, फेंक घूस के जमाना बा मर्द हाक़िम...
कवि संक्षिप्त परिचय :- नाम :- जनकवि महेश ठाकुर चकोरमुजफ्फरपुर (बिहार )फेसबुक संपर्क सुत्र :- मज़दूरों ने देश सजाया मज़दूरों ने देश सजायाउनकी करुण कहानी हैपेट...
कवि संक्षिप्त परिचय :- नाम :- जनकवि महेश ठाकुर चकोरमुजफ्फरपुर (बिहार )फेसबुक संपर्क सुत्र :- हर हृदय में बसने वाले उच्चशिखर को छू लिये जल-चंदन-सा घूलियेअगड़ा...