6 नवंबर को पटना के कालिदास भवन में नाटक ‘पुरुष’ का होगा मंचन
समर्थ चतुर्वेदी अपने गुरु को दिए वादे को निभाने के लिए 16 साल बाद ‘पुरुष’ नाटक से की वापसी
भोपाल की प्रतिष्ठित रंग कर्म की संस्था त्रिकाशी की अगली नाटक प्रस्तुति ‘पुरुष’ का मंचन 11 प्रयास नाट्य समारोह पटना में होने जा रहा है। पुरुष नाटक मूलतः मराठी भाषा का नाटक है। इसके लेखक जयंत दलवी हैं। इस नाटक का हिंदी रूपांतरण श्रीमती ज्योति सावरकर ने किया है और इस नाटक में भोपाल के वरिष्ठ प्रतिष्ठित रंगकर्मी में विवेक मृदुल, नीति श्रीवास्तव, नौजवान रंगकर्मी असावरी शर्मा, प्रज्ञा चतुर्वेदी और मिलन सिंह के साथ-साथ भोजपुरी सिनेमा के प्रतिष्ठित कलाकार श्री समर्थ चतुर्वेदी एक दमदार किरदार में हैं। भोपाल शहर में इस नाटक के दो सफल प्रयोग या प्रस्तुतियां हो चुकी हैं, जिसको लोगों ने बहुत सराहा और आशीर्वाद दिया।
1988 से रंगमंच कर रहे समर्थ चतुर्वेदी अपने गुरु को दिए हुए वादे को निभाने के लिए 16 साल बाद ‘पुरुष’ नाटक से वापसी किये हैं। पहली प्रस्तुति 22 जनवरी 2023 को थी और उसमें दुर्भाग्य यह था कि उसके एक महीने पहले ही उनके अभिनय गुरु श्री के चतुर्वेदी जी का निधन हो गया था, तो इस प्रस्तुति के दौरान वह बहुत भावनात्मक रहे सफल प्रस्तुति के बाद पुनः फिर से रंगमंच की और अग्रसर होने का निर्णय लिया और अब अपनी इस संस्था के साथ रंगकर्म कर रहे हैं। समर्थ चतुर्वेदी के अनुसार सिनेमा की जिंदगी से रंगमंच की दुनिया में आना एक सुखद विकल्प है और यहां आपके लोगों का प्यार और आशीर्वाद मिलना एक सुखद अनुभूति है। अपने अभिनय को तरासने और निखारने के लिए यह विश्राम मेरे अभिनय यात्रा में बहुत ज्यादा मददगार साबित हो रहा है।