News Politics

विधायक का बेटा और सांसद का पति ही विधायक क्यों बने

विधायक का बेटा और सांसद का पति ही विधायक क्यों बने

विधायक का बेटा और सांसद का पति ही विधायक क्यों बने, प्रजातंत्र में किसान का बेटा भी विधायक बन सकता हैं, मजदूर का बेटा भी विधायक बन सकता है, मास्टर का बेटा भी विधायक बन सकता हैं। इस नयें दारौंदा में जो अपना खून-पसीना सींचेगा यहां की जनता के लिए वही विधायक बनेगा। ये नया दारौंदा परिवारवाद, भाई-भतीजावाद, गुंडा-मांफीयाँ राज से मुक्त होगा। दरौदा विधानसभा उपचुनाव में राजद उम्मीदवार उमेश सिंह कल नामांकन करने के बाद पूरे दमखम के साथ अपने क्षेत्र में चुनाव प्रचार अभियान शुरू किया है।यादव मुस्लिम दलित मतों के ध्रुवीकरण से उनके हौसले बुलंद है.

 

12 साल बनाम 8 महीने के नारे के साथ में गांव-गांव में जा रहे हैं तथा लोगों को समझा रहे हैं एक ही परिवार के लोगों को बार बार जीताने से लोकतंत्र नहीं राजतंत्र आ जाएगा. जनता के हितों को सर्वोपरि रखने के लिए इस बार वे लोगों से अपील कर रहे हैं तथा लालटेन पर बटन दबाने की मांग कर रहे है पूर्व सांसद शहाबुद्दीन अवध बिहारी चौधरी परमात्मा राम हिना साहब के साथ ही साथ महाराजगंज के पूर्व सांसद प्रभुनाथ सिंह के कुनबे के समर्थन में सामने आने से राजद उम्मीदवार उमेश सिंह के हौसले बुलंद है कांग्रेस हम वीआईपी राष्ट्रीय लोक समता पार्टी ने भी उनका समर्थन किया है सजातीय राजपूत वोटर भी उनके पक्ष में गोलबंद दिखते हैं