बॉलीवुड अभिनेता अक्षय कुमार साल में कई फ़िल्में करते हैं और इसलिए वो खुद को भारतीय फ़िल्म जगत का अलग क़िस्म का ‘दर्ज़ी’ कहते हैं.
एक साल में तक़रीबन चार से पांच फ़िल्में करने वाले अक्षय का कहना है कि वो कम बजट की फ़िल्में बनाना ज़्यादा पसंद करते हैं.
अपनी बात को उदाहरण के तौर पर समझाते हुए कहते हैं, ”जहां लोग एक शर्ट बनाने में पूरा थान लगा देते हैं, वहीं मैं सिर्फ 4 मीटर कपड़े में एक शर्ट बना देता हूं.”
दरअसल, उनके कहने का मतलब है कि वो छोटी बजट की कई फ़िल्में बना कर दर्शकों का भरपूर मनोरंजन करने के साथ अच्छा खासा मुनाफ़ा कमा लेते हैं.
अक्षय कुमार साल की शुरुआत फ़िल्म ‘एयरलिफ्ट’ से कर रहे हैं, साल 1990 में हुए इराक-कुवैत युद्ध के दौरान भारतीयों की निकासी की संवेदनशील पृष्टभूमि पर आधारित इस फ़िल्म में ‘द लंच बॉक्स’ फेम निमरत कौर भी अहम भूमिका में दिखाई देंगी.
निमरत ‘द लंच बॉक्स’ से मिली वाह-वाही के अलावा अमेरिकी शो ‘होमलैंड’ में अपने उम्दा अभिनय से अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्याति पा चुकीं हैं.
वहीं दूसरी ओर अक्षय ने अपनी सह-कलाकार के उलट हॉलीवुड में कोई ख़ास दिलचस्पी ना दिखाते हुए बॉलीवुड में अपनी जगह को लेकर संतोष जताया. वह कहते हैं, “हॉलीवुड बड़ा इलाक़ा है, मैं तो वहां नज़र ही नहीं आऊंगा.”
उन्होंने आगे कहा, “वहां छोटे-मोटे किरदार निभाने से अच्छा है, मैं यहां मज़े से रहूं. मुझे निश्चित रूप से अपने भारतीय होने पर गर्व है.”
राजा कृष्ण मेनन के निर्देशन में बनी फ़िल्म ‘एयरलिफ्ट’ 22 जनवरी को रिलीज़ होगी.