संगीत के क्षेत्र में विशिष्ट पहचान बना चुकी है प्रिया राज
जब टूटने लगे हौंसले तो बस ये याद रखना,
बिना मेहनत के हासिल तख्तो ताज नहीं होते,
ढूंढ़ लेना अंधेरों में मंजिल अपनी,
जुगनू कभी रौशनी के मोहताज़ नहीं होते।
अपनी हिम्मत और लगन के बदौलत प्रिया राज आज संगीत की दुनिया में अपनी पहचान बनाने में कामयाब हुयी हैं लेकिन इन कामयाबियों को पाने के लिये उन्हें अथक परिश्रम का सामना भी करना पड़ा है।
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बिहार में मधेपुरा जिले में कुमारखंड थाना क्षेत्र के परसाही गांव में जन्मीं प्रिया राज के पिता अरूण कुमार सिंह और मां तथा पूर्व जिला पार्षद वार्ड श्रीमती रूबी कुमारी घर की लाडली बड़ी बेटी प्रिया राज को अपनी राह खुद चुनने की आजादी दे रखी थी। प्रिया राज को संगीत का माहौल घर
में मिला।उनके दादा महेन्द्र कुमार सिंह लोकगायक थे। इसी वजह से बचपन के दिनों से ही प्रिया की रूचि संगीत की ओर थी और वह इस क्षेत्र में अपनी पहचान बनाना चाहती थी।जब वह महज चार वर्ष की थी तब वह संगीत की शिक्षा हासिल करने लगी।
स्वर कोकिला लता मंगेश्कर ,मशहूर गायिका अलका याज्ञनिक और कल्पना पटौरी को अपना आदर्श मानने वाली प्रिया राज स्कूल में होने वाले कार्यक्रम में शिरकत किया करती जिसके लिये उन्हें प्रशंसा मिला करती।प्रिया राज ने नवोदय विद्यालय से मैट्रिक की पढ़ाई पूरी की। विद्यालय की ओर से प्रिया राज को देश भर में होने वाले कई सांस्कृतिक
कार्यक्रम में पार्श्वगायन का अवसर मिला और प्रिया राज ने विद्यालय को सम्मान दिलाया।
वर्ष 2010 में प्रिया राज ने महुआ पर प्रसारित संगीत रियालिटी शो सुर संग्राम में शिरकत की हालांकि वह शो की विजेता नही बन सकी लेकिन जज के तौर पर आये रूप कुमार राठौर ,मनोज तिवारी ,रवि किशन , शारदा सिन्हा
,मालिनी अवस्थी, कल्पना पटौरी ने उनकी भरपूर सराहना की। वर्ष 2013 में प्रिया राज ने दूरदर्शन पर प्रसारित संगीत रियलिटी शो भारत की शान में हिस्सा लिया और टॉप 10 में अपनी जगह बनाने में कामयाब रही।
प्रिया राज ने कई अलबमों और फिल्मों के लिये पार्श्वगायन किया है। प्रिया राज को उनके करियर में कोसी महोत्सव सोनपुर महोत्सव , मनहार महोत्सव , विद्यापति महोत्सव , दशहर महोत्सव , अंग महोस्तव और मंजूषा महोत्सव समेत कई महोत्सव में सम्मानित किया जा चुका है।प्रिया राज आज संगीत के क्षेत्र में अपनी पहचान बना चुकी है। वह अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता और प्रशंसकों को देती हैं जिन्होंने उन्हें हमेशा सपोर्ट किया।