डीएमआई पटना द्वारा आपदा जागरूकता पर केंद्रित सांस्कृतिक आयोजन में विश्वा पटना द्वारा नाटक “नवोत्थान” का मंचन
पटना,विकास प्रबंधन संस्थान (डीएमआई), पटना द्वारा, “अंतर्राष्ट्रीय आपदा जोखिम न्यूनीकरण दिवस 2025” के अवसर पर एक विशेष आयोजन, ज्ञान भवन, पटना में किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन संस्थान के निदेशक प्रो. देवी प्रसाद मिश्रा एवं श्री चंद्रशेखर सिंह (भा.प्र.से) द्वारा संयुक्त रूप से किया गया। इस अवसर पर नाट्य संस्था वाइटल इन्वेंशन सोशल हार्मोनी विथ आर्ट द्वारा सामाजिक सरोकारों पर आधारित नाटक “नवोत्थान” का प्रभावशाली मंचन किया गया। नाटक का निर्देशन राजेश नाथ राम ने किया, जबकि संगीत निर्देशन मो. जॉनी का था,और प्रकाश परिकल्पना राजीव राय ने किया, नाट्य लेखन विवेक कुमार द्वारा किया गया।
“नवोत्थान” की कहानी बिहार के एक गाँव की घटनाओं पर आधारित है, यह नाटक दर्शकों को सोचने पर मजबूर करता है कि आपदा केवल प्राकृतिक नहीं, बल्कि सामाजिक और मानवीय चेतना की भी परीक्षा होती है। नाटक के माध्यम से आपदा प्रबंधन दल के सदस्य ग्रामीणों को वैज्ञानिक दृष्टिकोण से आपदा के कारणों और बचाव के उपायों की जानकारी देते हैं। “नवोत्थान” केवल एक आपदा-कथा नहीं, बल्कि मानवता, पुनर्निर्माण और आशा की यात्रा है — जो दर्शाती है कि जागरूकता और एकजुटता से ही किसी भी संकट से उबरा जा सकता है।
कार्यक्रम में डीएमआई के छात्र, शिक्षकगण, आपदा प्रबंधन से जुड़े विशेषज्ञ, और अनेक अतिथि उपस्थित रहे। सभी ने नाटक की सामाजिक प्रासंगिकता और प्रस्तुति की सराहना की। मंच पर – गंगिया अपराजिता कुमारी- सूत्रधार हर्ष कुमार,- सोनू – *सौरभ शेखर,- मोछू + कलाकार 1 – *विनोद कुमार विश्वकर्मा,- भंजू और दिना – *रवि कुमार,-
अग्निदेव+कलाकार 3 + कलाकार 2 – प्रिंस राज,- कलाकार 4+ कलाकार 5 – अमन आदर्श,- मोछू की पत्नी – उर्मिला कुमारी,- सोनू की मां – सपना,- टीचर+ कलाकार 3+ चाचा – मो. आसिफ़,- नाल वादक – सहदेव चौधरी,संगीत निर्देशन – मो जानी मौजूद रहे।