वंदे मातरम फाउंडेशन ने एक दीया शहीदों के नाम जलाने का किया आह्वान
पटना 26 अक्टूबर वंदे मातरम फाउंडेशन की ओर से एक दीया शहीदों के नाम कार्यक्रम का आयोजन किया। राजधानी पटना के कारगिल चौक पर आज शाम वंदे मातरम फाउंडेशन की ओर से एक दीया शहीदों के नाम कार्यक्रम का आयोजन किया। इस दौरान शहीदों की याद में
दीप जलाते हुए लोगो ने दीपावली के त्यौहार पर सभी लोगों से अपने घरों में एक दीया शहीदों के नाम जलाने का आह्वान किया।
इस मौके पर वंदे मातरम फाउंडेशन के संयोजक रवीन्द्र कुमार ,नेहा पोद्दार , अंजू शाह , अनुराग समरूप , शत्रुध्न प्रसाद ,रवि कुमार , चंदा झा, विमला सिंह, रंजन कुमार, पंडित राकेश झा,राज कुमारी सिंह ,राजू भाई समेत कई अन्य लोग भी मौजूद थे। वंदे मातरम फाउंडेशन के संयोजक रवीन्द्र कुमार ने कहा कि शहीदों ने हमारे देश के लिए अपना खून बहाया है। आज भी जवान जब दिन-रात सीमा पर खड़े रहकर देश की रक्षा करते हैं, तब भी चैन से सो पाते हैं। त्योहार मना पाते हैं। हर्षोल्लास से दीपावली मना पाते हैं। जवानों की इसी शहादत को नमन करने और इस दीपावली को और यादगार बनाने के लिए शहीदों को अनोखे अंदाज में श्रद्धांजलि देने के लिए हमने ‘एक दीया शहीदों के नाम’ कार्यक्रम की शुरुआत की है। जिससे कि हम उन जवानों को नमन और शहीदों को श्रद्धांजलि दे सकें, जिनके बूते हम आजाद जिंदगी जीते हैं।जब हम त्यौहार मनाते हैं तो ये हमारा फर्ज है कि हमारी सुरक्षा में शहीद हुए शहीदों को याद करें।वंदे मातरम फांउडेशन शहीद परिवारों के साथ खड़ी है।
अंजू शाह ने कहा कि हर भारतीय शहीद का कर्जदार है। सैनिक सीमा पर रक्षा करते हुए अपनी जान तक गवां देता है। ऐसे समय में उसका परिवार पूरी तरह से अकेला पड़ जाता है। हमे सीमा पर संघर्ष हुए शहीदों की याद में एक दीया जलाना चाहिए। हम सब देशवासी अपने तीज-त्योहार प्रसन्नता पूर्वक मनाते हैं, तो इसलिए कि हम सब अपने देश के अंदर सुरक्षित हैं और इसका श्रेय जांबाज सैनिकों को जाता है। इसलिए हमारा भी फर्ज है कि दीपावली के मौके पर इन शहीदों को याद किया जाए। अनुराग समरूप ने कहा कि श्हीदों ने हमारे देश के लिए खून बहाया है। सैनिक सीमा पर जागता है तो हम चैन की नींद घर पर सोते हैं। ऐसे में प्रत्येक भारतीय को दीपावली पर एक दीया शहीद सैनिक के नाम का भी जलाना चाहिए।देश के लिए प्राण न्यौछावर करने से बढ़ कर कुछ नहीं है। हमें सैनिकों की कुर्बानी को कभी नहीं भुलाना चाहिए।
नेहा पोद्दार ने कहा कि शहीदों का ऋण हम नहीं चुका सकते, पर उन्हें हर खास मौके पर याद तो जरूर कर सकते हैं। यह देश प्रत्येक सैनिक का परिवार है। हमने दीया जला कर सैनिकों को नमन किया।देश के सैनिकों की बदौलत ही हम सब आज खुले माहौल में एवं निर्भीक होकर हर पर्व मनाते हैं। इसलिए हमारा भी फर्ज बनता है कि इन शहीदों को याद करें और उनके परिवारों को भी इन खुशियों में साथ शामिल करें।
राजू भाई ने कहा कि सैनिक हमारी रक्षा के लिए ही सीमा पर तैनात रहते हैं। उनके जीवन में तीज त्योहार की खुशियां बेहद कम आती है। उनकी होली, दीवाली सब सीमा पर मनती है। हमे सीमा पर संघर्ष हुए शहीदों की याद में एक दीया जलाना चाहिए।
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