BHOJPURI MEDIA. ANKIT PIYUSH (https://www.facebook.com/ankit.piyush18 डा निधि मेहता बनी मिसेज इंडिया (सीइजइंडिया) उत्तर प्रदेश डा निधि मेहता क्षिक्षा के साथ ही आज फैशन और मॉडलिंग की दुनिया में भी अपनी खास पहचान बना चुकी है। निधि मेहता का कहना है मौके मिलते नहीं…. बनाये जाते हैं …..कामयाबी हम तक नहीं आती….हमें […]
BHOJPURI MEDIA.
ANKIT PIYUSH (https://www.facebook.com/ankit.piyush18
डा निधि मेहता बनी मिसेज इंडिया (सीइजइंडिया) उत्तर प्रदेश
डा निधि मेहता क्षिक्षा के साथ ही आज फैशन और मॉडलिंग की दुनिया में भी अपनी खास पहचान बना चुकी है। निधि मेहता का कहना है मौके मिलते नहीं…. बनाये जाते हैं …..कामयाबी हम तक नहीं आती….हमें कामयाबी तक जाना होता है। निधि मेहता ने अबतक के अपने करियर के दौरान कई चुनौतियों का सामना किया और हर मोर्चे पर कामयाबी का परचम लहराया। कुछ कर गुजरने का जज्बा हो तो कोई भी काम नामुमकिन नहीं। इस बात को साबित कर दिखाया है डा निधि मेहता ने ।निधि मेहता ने हाल ही में मिसेज इंडिया सी इज इंडिया के फिनाले में मिसेज इंडिया उत्तर प्रदेश से सम्मानित की गयी। राजधानी दिल्ली में हुये फिनाले में निधि मेहता ने यह खिताब अपने नाम किया है।
जम्मू-कश्मीर में जन्मी निधि के पिता श्री विजय कुमार शर्मा और मां श्रीमती किरण शर्मा ने घर की लाडली बड़ी बेटी को अपनी राह खुद चुनने की आजादी दे रखी थी। निधि की मां शिक्षिका थी और वह उन्ही से प्रेरित होकर शिक्षिका-लेखिका के तौर पर अपनी पहचान बनाना चाहती थी। पिता के तबादले की वजह से निधि ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा कश्मीर और शिमला से पूरी की। निधि
की रूचि बचपन के दिनों से ही खेल की ओर भी रही है। निधि ने बैंटमिंटन में जम्मू और हिमाचल प्रदेश की ओर से राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिनिधित्व किया है।
डा निधि मेहता शिक्षक के तौर पर अपनी पहचान बनाना चाहती थी। इसी को देखते हुये उन्होंने वर्ष 2001 में बीएड किया और इसके बाद एमए और एमफिल भी किया।निधि मेहता का कहना है कि समाज के विकास में शिक्षा का महत्वपूर्ण योगदान होता है इसलिए जरूरी है कि समाज के सभी लोग शिक्षित हो। शिक्षा ही विकास का आधार है। समाज के लोग ध्यान रखें कि वह अपने बेटों ही नहीं बल्कि बेटियों को भी बराबर शिक्षा दिलवाएं।वर्तमान परिप्रेक्ष्य में शिक्षा की महत्ता सर्वविदित है. स्पष्ट है कि सामाजिक सरोकार से ही समाज की दशा एवं दिशा बदल सकती है।
जुनूँ है ज़हन में तो हौसले तलाश करो
मिसाले-आबे-रवाँ रास्ते तलाश करो
ये इज़्तराब रगों में बहुत ज़रूरी है
उठो सफ़र के नए सिलसिले तलाश करो
डा निधि मेहता वर्ष 2003 में बतौर शिक्षिका माउंट कार्मेल स्कूल से जुड़ गयी। वर्ष 2005 में डा निधि मेहता शादी के अटूट बंधन में
बंध गयी। उनके पति श्री भारत मेहता टेलीकॉम कंपनी में वरीय अधिकारी हैंजो उन्हें हर कदम सर्पोट करते हैं। जहां आम तौर पर युवती की शादी के बाद उसपर कई तरह की बंदिशे लगा दी जाती है लेकिन डा निधि मेहता के साथ ऐसा नही हुआ। निधि मेहता के पति के साथ ही ससुराल पक्ष के लोगों उन्हें हर कदम सर्पोट किया।
जरा पंख खोलो फिर उड़ान देखना ,ज़रा मौका तो दो फिर आसमान देखना ,
बराबर की लाइन तो खींचो ज़रा फिर हिम्मत बड़ी या भगवान देखना ,
वर्ष 2012 में डा निधि मेहता ने पीएचइडी की पढाई पूरी की। इस बीच निधि मेहता ने कोलकाता ,रांची ,लखनऊ ,कोयंबटूर समेत कई इंजीनियरिंग कॉलेज में लेक्चरार के तौर पर काम किया। निधि मेहता इन दिनों लखनऊ में अमिटी यूनिवर्सिटी में असिस्टेंट प्रोफेसर के तौर पर काम कर रही है। बहुमुखीप्रतिभा की धनी निधि मेहता ने द पोयेट्री ऑफ सिल्विया प्लैथ एंड कमला दास पर किताब भी लिखी।
वक़्त आने दे दिखा देंगे तुझे ऐ आसमाँ
हम अभी से क्यूँ बताएँ क्या हमारे दिल में है
निधि मेहता फैशन और मॉडलिंग की दुनिया में अपना नाम रौशन करना चाहती थी। मिसेज इंडिया बॉडी फिटेनस वर्षा उपाध्याय को प्रेरणा मानने वाली निधि मेहता की मुलाकात आई ग्लैम बिजनेस स्कूल के निदेशक श्री आशीष कुमार झा और देवजानी मित्रा से हुयी। दोनो ने उन्हें कहा कि आप चाहे तो फैशन की दुनिया में भी अपनी पहचान बना सकती है। निधि मेहता ने लखनऊ में हुये मिसेज इंडिया सी इज इंडिया के ऑडिशन में हिस्सा लिया और मिसेज यूपी फसर्ट रनर अप बनी। इसके बाद निधि ने दिल्ली में हुये फिनाले में हिस्सा लिया और मिसेज यूपी का खिताब अपने नाम कर लिया। डा निधि मानना है कि जिंदगी में कुछ पाना हो तो खुद पर ऐतबार रखना ,सोच पक्की और क़दमों में रफ़्तार रखना कामयाबी मिल जाएगी एक दिन निश्चित ही तुम्हें ,बस खुद को आगे बढ़ने के लिए तैयार रखना।
डा निधि आज कामयाबी की बुलंदियों पर हैं। वह अपने पति को रियल हीरो मानती है। निधि मेहता महिला सशक्तीकरण को बढ़ावा देना चाहती है।निधि मेहता का मानना है कि महिलाएं अपनी शक्ति पहचानें। अब महिलाएं सशक्त हो रही हैं, वे किसी भी क्षेत्र में पुरूषों से कम नहीं हैं। जरूरत इस बात की है कि महिलाओं के प्रति समाज की सोच बदली जाए। आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनना महिलाओं के लिए सर्वाधिक महत्वपूर्ण कदम है। वे विपरीत परिस्थितियों का सामना करते हुए जीवन पथ पर अग्रसर हो। डा निधि अपनी सफलता का मूल मंत्र इन पंक्तियो में समेटे हुये हैं।
रख हौसला वो मन्ज़र भी आएगा,
प्यासे के पास चल के समंदर भी आयेगा;
थक कर ना बैठ ऐ मंज़िल के मुसाफिर,
मंज़िल भी मिलेगी और मिलने का मजा भी आयेगा।
Bhojpuri Media
Contact for Advertisement
Mo.+918084346817
+919430858218
Email :-ankitpiyush073@gmail.com.
bhojpurimedia62@gmail.com
Facebook Page https://www.facebook.com/bhojhpurimedia/
Twitter :- http://@bhojpurimedia62
Google+ https://plus.google.c
m/u/7/110748681324707373730