महात्मा फुले जयंती पर मंत्री जी के नही पहुंचने से अपमानित हुए समिति।
महात्मा फूले के त्याग और बलिदान को कभी नही भुलाया जा सकता- मालाकार समिति।
पटना- सोमवार को पटना के दरोगा राय पथ स्थित फूले स्मारक स्थल के प्रांगण में महात्मा ज्योतिबा राव फुले की जयंती समारोह का कार्यक्रम आयोजित किया गया । समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में पथ निर्माण मंत्री बिहार सरकार – नितिन नविन, भवन निर्माण मंत्री- डॉ अशोक चौधरी, प्रेम कुमार, ग्रामीण विकास मंत्री – श्रवन कुमार, कृषि मंत्री- अमरेंदर प्रताप सिंह को मालाकार कल्याण समिति ने फूले के प्रतिमा पर श्रद्धासुमन अर्पित करने हेतु आमंत्रित किया था लेकिन आयोजित कार्यक्रम में किसी मंत्रियों अथवा मुख्यातिथियों ने अपनी उपस्थिति नही दी जिससे पूरा का पूरा कार्यक्रम सूना रहा और मायूस आयोजक ने दुःख प्रकट करते हुए कहा कि ये हमारे समिति और हमारे समाज के लिए बहुत अपमान का विषय है।
वहीं समिति के एक बुजुर्ग वक्ता ने बताया कि महात्मा फुले ने नारी सम्मान से लेकर दलित, गरीबों को जीने का ढंग सिखाया। फुले के त्याग और बलिदान को भुलाया नही जा सकता।
समिति के अध्यक्ष मनोज कुमार मालाकार ने आज के कार्यक्रम में मंत्री अतिथि को नही पहुंचने से बहुत आहत प्रकट किया। उन्होंने कहा कि आखिर आज भी ऐसा व्यवहार हम लोगों के साथ क्यों किया जाता है? हमने मंत्रियों को आमंत्रण दिया, सभी ने आश्वासन भी दिया कि अवश्य आयउँगा कार्यक्रम में, लेकिन वो नही पहुंच कर हमारे इस कार्यक्रम के साथ हमारे मालाकार समाज का घोर अपमान किया है।
मालाकार मनोज ने अपनी वेदना को बताते हुए कहा कि जिन मंत्रियों को सम्मानित करने के लिए जिन फूलों के माला की जरूरत होती है आज वही फूल का अव्हेलना किया गया। रामनवमी के दिन फूल बेचने वाले पर हार्डिंग पार्क में पुलिस द्वारा लाठी चार्ज किया गया और लाखों रुपये का फूल बुलडोजर से नष्ट कर दिया गया। हमारे पूल व्यवसाय के लिए सरकार ने आज तक मंडी का व्यवस्था नही किया गया है। हम सरकार से मांग करते हैं कि बाकी व्यवसाय के जैसे ही फूल व्यवसाय की भी मंडी का व्यवस्था कर।
बता दें कि महात्मा जोतिराव गोविंदराव फुले (जन्म- 11 अप्रैल 1827 मृत्यु – 28 नवम्बर 1990) एक भारतीय समाजसुधारक, समाज प्रबोधक, विचारक, समाजसेवी, लेखक, दार्शनिक तथा क्रान्तिकारी कार्यकर्ता थे। इन्हें महात्मा फुले एवं ”जोतिबा फुले के नाम से भी जाना जाता है। सितम्बर 1873 में इन्होने महाराष्ट्र में सत्य शोधक समाज नामक संस्था का गठन किया। महिलाओं व दलितों के उत्थान के लिय इन्होंने अनेक कार्य किए। समाज के सभी वर्गो को शिक्षा प्रदान करने के ये प्रबल समथर्क थे। वे भारतीय समाज में प्रचलित जाति पर आधारित विभाजन और भेदभाव के विरुद्ध थे।
इनका मूल उद्देश्य स्त्रियों को शिक्षा का अधिकार प्रदान करना, बाल विवाह का विरोध, विधवा विवाह का समर्थन करना रहा है। फुले समाज की कुप्रथा, अंधश्रद्धा की जाल से समाज को मुक्त करना चाहते थे। अपना सम्पूर्ण जीवन लगा दिए। कार्यक्रम में (मालाकार) कल्याण समिति के – मनोज कुमार (मालाकार) ,बिरेन्द्र प्रसाद उर्फ़ R. K प्रसाद (सचिव), मदन प्रसाद (संयोजक) पंकज कुमार प्रमोद मालाकार, पिन्टू मालाकार, सुधीर मालाकार, गीता देवी एवं अन्य गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित रहे।
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