BHOJPURI MEDIA
ANKIT PIYUSH (https://www.facebook.com/ankit.piyush18
बहुमुखी प्रतिभा से लोगों को दीवाना बना रही है निहारिका कृष्णा अखौरी
आज बादलों ने फिर साज़िश की
जहाँ मेरा घर था वहीं बारिश की
अगर फलक को जिद है ,बिजलियाँ गिराने की
तो हमें भी ज़िद है ,वहि पर आशियाँ बनाने की
दुनिया के सबसे बेहतरीन और मशहूर लोग वो होते है जिनकी अपनी एक अदा होती है…. वो अदा जो किसी की नक़ल करने से नही आती… वो अदा जो उनके साथ जन्म लेती है…!! इन पंक्तियों को चरितार्थ करती निहारिका कृष्णा अखौरी बिहार की राजधानी पटना में इन दिनों डांसिंग और मॉडलिंग के जरिये लोगों को मंत्रमुग्ध कर रही है।
बिहार के मुजफ्फरपुर शहर में वर्ष 1994 में जन्मी निहारिका जब महज दो वर्ष की थी तभी से उनका रूझान डांस की ओर हो गया। उनके पिता अश्विनी कुमार अखौरी क्रिकेटर थे और रणजी ट्राफी में बिहार का प्रतिनिधित्व किया था। निहारिका के दादा कृष्णकांत अखौरी सप्लाई इंस्पैक्टर थे!निहारिका ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा भागलपुर से हासिल की । वर्ष 2003 निहारिका के जीवन के लिये बेहद बुरा साल साबित हुआ। टाइफाइड से बीमारी से पीड़ित निहारिका घर के चार मंजिला मकान से संतुलन खो देने की वजह से नीचे जा गिरी , इतना ही नही वह ट्रक की चपेट में आ गयी। वह कहते हैं ना “ जाखो राखे साइयां मार सके ना कोय , बाल ना बांका कर सकेगा जो जग बैरी होय ।” निहारिका मौत के मुंह से तो निकल आयी लेकिन तीन वर्ष तक कोमा में रही ।
मत घबराना जिंदगी में परेशानियों की पतझड़ से
मेहनत की बसंत खुशियों की बहार जरूर लाएगी,
खून पसीने से सींचना अपनी कोशिशों को
इन कोशिशों के बल पर ही कामयाबी आएगी।
वर्ष 2008 में निहारिका ने एक बार फिर से अपने शिक्षा जीवन की शुरूआत की। निहारिका डांस के साथ ही मॉडलिंग की दुनिया में भी अपनी पहचान बनाना चाहती थी । सुष्मिता सेन को अपना आदर्श मानने वाली निहारिका ने वर्ष 2010 में मिस बिहार प्रतियोगिता में हिस्सा लिया और टॉप 5 में अपनी जगह बनाने में कामयाब हुयी। निहारिका शो की विजेता भले ही नही बन सकी लेकिन उन्होंने हिम्मत नही हारी। निहारिका का मानना है कि परेशानियों से भागना आसान होता है
हर मुश्किल ज़िन्दगी में एक इम्तिहान होता है
हिम्मत हारने वाले को कुछ नहीं मिलता ज़िंदगी में
और मुश्किलों से लड़ने वाले के क़दमों में ही तो जहाँ होता है
वर्ष 2010 में ही निहारिका ने डांस की अनूठी छवि फायर डांस के जरिये लोगों का दिल जीत लिया। निहारिका ने बताया कि मूल रूप से यह डांस पुरूषो के द्वारा किया जाता है लेकिन वह कुछ अनूठा करना चाहती थी और इसमें वह काफी सफल भी रही।निहारिका का कहना है कि मौके मिलते नहीं…. बनाये जाते हैं …..कामयाबी हम तक नहीं आती ….हमें कामयाबी तक जाना होता है ।इस बीच निहारिका ने बिहार में होने वाले कई महोत्सवों में हिस्सा लिया जिसके लिये उन्हें कई ख्वाति मिली । वर्ष 2014 में निहारिका को पर्यावरण महोत्सव में डांस करने का अवसर मिला। बॉलीवुड के जाने माने शायर- गीतकार और निर्देशक दादा साहब फाल्के विजेता गुलजार ने जब निहारिका के मनमोहक नृत्य को देखा तो उन्हें मोरनी की उपमा दे डाली ।
जिंदगी में कुछ पाना हो तो खुद पर ऐतबार रखना
सोच पक्की और क़दमों में रफ़्तार रखना
कामयाबी मिल जाएगी एक दिन निश्चित ही तुम्हें
बस खुद को आगे बढ़ने के लिए तैयार रखना।
निहारिका को अभिनय में भी काफी रूचि थी । श्रीदेवी को अपनी प्रेरणा मानने वाली निहारिका वर्ष 2014 में रंगमंच से जुड़ गयी और वहां भी अपने दमदार अभिनय से दर्शकों का दिल जीत लिया। इसी दौरान निहारिका को पावनपुरी महोत्सव में बॉलीवुड के मशहूर पार्श्वगायक विनोद राठौर के समझ डांस करने का अवसर मिला । विनोद राठौर उनके डांस से इतने प्रभावित हुये कि उन्होंने निहारिका को माधुरी दीक्षित की संझा दे डाली।
बेहतर से बेहतर कि तलाश करो
मिल जाये नदी तो समंदर कि तलाश करो
टूट जाता है शीशा पत्थर कि चोट से
टूट जाये पत्थर ऐसा शीशा तलाश करो
वर्ष 2017 में निहारिका को दिल्ली में हुये टॉप इंडिया मॉडलिंग शो में हिस्सा लेने का अवसर मिला । निहारिका ने यहां भी अपनी प्रतिभा का नायाब नमूना पेश किया और वह टॉप 3 में जगह बनाने में कामयाब रही। वर्ष 2017 में ही निहारिका को इंटरनेशनल मॉडलिंग हंट शो मैक्सिको में शिरकत करने का अवसर मिला जिसमें वह टॉप 10 में अपनी जगह बनाने में कामयाब रही।
जुनूँ है ज़हन में तो हौसले तलाश करो
मिसाले-आबे-रवाँ रास्ते तलाश करो
ये इज़्तराब रगों में बहुत ज़रूरी है
उठो सफ़र के नए सिलसिले तलाश करो
निहारिका डांस के क्षेत्र में कुछ अनूठा करना चाहती थी और इसी को देखते हुये उन्होंने मड डांस करना शुरू किया। मड डांस एक अलग तरह का डांस होता है जिसमें डांसर अपने शरीर पर करीब 20 किलोग्राम गिली मिट्टी लगाकर डांस करते हैं। निहारिका के इस डांस को लोग काफी पसंद कर रहे हैं। बहुमुखी प्रतिभा की धनी निहारिका ने 50 से अधिक डाक्यूमेंट्री फिल्मों में वॉयस ओवर किया है। इसके अलवा उन्होंने कई शोज में कोरियोगाफर की भूमिका भी निभायी है। निहारिका ने बताया कि वह अबतक बिहार दिवस , बसंत महोत्सव , कृषि महोत्सव ,विक्रम शिला महोत्सव , बोध गया महोत्सव समेत दस हजार से अधिक शो में बतौर डांसर शिरकत कर चुकी है और इसके लिये पूर्व राष्ट्रपति प्रतिभा देवी सिंह पाटिल , मुख्यमंत्री नीतीश कुमार , उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी , ड्रीमगर्ल हेमा मालिनी ,गुलजार समेत कई शख्सियतों से सम्मानित की जा चुकी है। निहारिका ने बताया कि वह अपनी ऑटो बॉयोग्राफी ” माई जनी एज ए आर्टिस्ट
लिख रही है। निहारिका ने बताया कि उन्हें हाल ही में हिंदी के साथ ही भोजपुरी फिल्मों में अभिनय के प्रस्ताव मिले है।
निहारिका आज कामयाबी की मंजिले तय कर सफलता के नये आयामों को छू रही है। निहारिका ने इसके लिये काफी हौसला रखा है।
रख हौसला वो मन्ज़र भी आएगा,
प्यासे के पास चल के समंदर भी आयेगा;
थक कर ना बैठ ऐ मंज़िल के मुसाफिर,
मंज़िल भी मिलेगी और मिलने का मजा भी आयेगा।
निहारिका अपनी सफलता का श्रेय भगवान श्रीकृष्ण जिन्हें वह प्यार से लडडू गोपाल भी कहती है के अलावा अपने माता-पिता , पराग स्टूडियो ,मशहूर गायिका डा नीतु कुमारी नूतन , मुन्ना समीर जी को देती है जिन्होने उन्हें हमेशा सपोर्ट किया है। निहारिका अपनी सफलता का मूल मंत्र इन पंक्तियों में समाये हुये है।
रात नहीं ख्वाब बदलता है,
मंजिल नहीं कारवाँ बदलता है;
जज्बा रखो जीतने का क्यूंकि,
किस्मत बदले न बदले ,
पर वक्त जरुर बदलता है |
Bhojpuri Media
Contact for Advertisement
Mo.+918084346817
+919430858218
Email :-ankitpiyush073@gmail.com.
bhojpurimedia62@gmail.com
Facebook Page https://www.facebook.com/bhojhpurimedia/
Twitter :- http://@bhojpurimedia62
Google+ https://plus.google.c
m/u/7/110748681324707373730