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ANKIT PIYUSH
राजधानी पटना में हुआ रैबिट मीट फेस्टबिल का आयोजन
पटना 03 दिसंबर प्रियदर्शी रैबिट फार्म एवं आशियाना रैबिट फार्म हरियाणा ने संयुक्त रूप से राजधानी पटना में रैबिट फार्मिग एवं रैबिट मीट फेस्टिबल का आयोजन किया।
फेस्टिबल मे खरगोश पालन एवं खरगोश के मांस खाने के पर होने वाले फायदे के बारे में चर्चा की गयी। बिहार में यह अबतक का पहला आयोजन था जिसमें बताया गया कि खरगोश पालन एवं मांस की बिक्री के द्वारा किस तरह
व्यक्ति आत्मनिर्भर हो सकता है एवं यह कैसे किसानों के लिये बेहतर आर्थिक आत्मनिर्भरता तथा खाद्य सुरक्षा का माध्यम बन सकता है। आयोजन में आये हुये अतिथि श्री युजविन्दर मल्लिक (आशियाना रैबिट फार्म) एवं प्रियदर्शी
रैबिट फार्म (पटना) के संचालक श्री राघवेन्द्र प्रसाद द्वारा तीन चरणों में खरगोश पालन , खरगोश मीट की गुणवत्ता एवं उपलब्धता और सवाल-जवाब कार्यक्रम द्वारा सभी आगंतुको को इस नये व्यवसाय के बारे में जानकारी दी
जिसमें यह समझाया गया कि खरगोश पालन से छोटे और मंझौले किसान या बटाइदार किसान इनका पालन बहुत कम लागत में कर सकते हैं , एवं अपना परिवार चला
सकते है।
आशियाना एवं रैबिट प्रियदर्शी रैबिट फार्म बाइबैक एग्रीमेंट के तहत किसानों में आर्थिक सुरक्षा एवं आत्मनिर्भरता की भावना पैदा करता है। खरगोश् कम पैसे में पलने वाला जीव है जो घास एवं मामूली सब्जियों के
बच्चे हुये अवशेषों पर भी पल जाते हैं जिसके कारण इनको पालने में लगने वाली लागत कम होती है।इनकी प्रजनन क्षमता बहुत अधिक होती है। 28 से 32
दिनों के अंतराल पर हीं ये बच्चे देते हैं जिससे इनकी संख्या बहुत जल्दी बढ़ती है।
खरगोश का मांस बेहतरीन प्रोटीन का श्रोत है। यूनाईटेड स्टेट ड्रग एडमिनिसट्रेशन द्वारा इस मांस को बेस्ट व्हाइट मीट अवेलेबल ऑन अर्थ बताया गया है। इस मीट का प्रयोग लीवर की बीमारी ,ब्लड प्रेशर एंव हृदय से
संबंधित रोगो के बचाव के लिये किया जाता है।