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बॉलीवुड में राज करना चाहते हैं निखिल राज

BHOJPURI MEDIA ANKIT PIYUSH बॉलीवुड में राज करना चाहते हैं निखिल राज बंदे है हम उसके हम पर किसका जोर | उम्मीदो के सूरज, निकले चारो और || इरादे है फौलादी, हिम्मती है कदम ||| अपने हाथो किस्मत लिखने आज चले है हम। बिहार के भोजपुर जिले के आरा में जन्में निखिल राज  के पिता […]

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ANKIT PIYUSH

बॉलीवुड में राज करना चाहते हैं निखिल राज

बंदे है हम उसके हम पर किसका जोर |

उम्मीदो के सूरज, निकले चारो और ||
इरादे है फौलादी, हिम्मती है कदम |||

अपने हाथो किस्मत लिखने आज चले है हम।

बिहार के भोजपुर जिले के आरा में जन्में निखिल राज  के पिता उमेश कुमार सुमन और मां संगीता कुमारी बेटे निखिल को उच्च अधिकारी बनाने का सपना देखा करते थे। बचपन के दिनों से ही निखिल की रूचि अभिनय की ओर थी और वह स्कूल और कॉलेज में होने वाले सांस्कृतिक समारोह में हिस्सा लिया करते। निखिल ,शहीद भगत सिंह का किरदार निभाया करते जिसके लिये उन्हें काफी सराहना मिली करती। वर्ष 2011 में मैट्रिक की पढ़ाई पूरी करने के बाद निखिल आंखो में बड़े सपने लिये राजधानी पटना आ गये जहां उन्होंने स्नातक की पढ़ाई पूरी की।
जुनूँ है ज़हन में तो हौसले तलाश करो
मिसाले-आबे-रवाँ रास्ते तलाश करो
ये इज़्तराब रगों में बहुत ज़रूरी है
उठो सफ़र के नए सिलसिले तलाश करो

निखिल राज बतौर अभिनेता भी अपनी पहचान बनाना चाहते थे और इसी को देखते हुये उन्होंने वर्ष 2014 में भिखारी स्कूल ऑफ ड्रामा से एक वर्षीय डिप्लोमा कोर्स किया। इसके बाद वह प्रेरणा संगठन से भी जुड़े।
वक़्त आने दे दिखा देंगे तुझे ऐ आसमाँ
हम अभी से क्यूँ बताएँ क्या हमारे दिल में है
इसके बाद निखिल ने शहंशाह आर रहे हैं ,हे राम ,विदेशिया समेत कई नाटकों में अपनी दमदार अदायगी से लोगों का दिल जीत लिया। निखिल ने कहा कि विचारों को प्रकट करने का माध्यम रंगमंच से और कुछ बेहतर नहीं हो सकता है। अपनी अभिव्यक्ति लोगों तक पहुंचाने का इससे बेहतर कोई साधन हो ही नहीं सकता। युवा सबसे ज्यादा रंगमंच पर आकर्षित होते हैं। अंदर की छटपटाहट
नाटक द्वारा ही व्यक्त हो सकती है। फिल्मों एवं टीवी में जाने का मार्ग रंगमंच से ही होकर गुजरता है। रंगमंच ऐसी विधा है इसमें प्रवेश करने वाला कोई भी कुछ हासिल करें या न ..करें। वह एक अच्छा इंसान जरूर बन जाता है।
यहां समाज में हो रहे परिवर्तन को नजदीक से देखा जा सकता है। मानवता की डोर मजबूत होती है।
खोल दे पंख मेरे, कहता है परिंदा, अभी और उड़ान बाकी है,
जमीं नहीं है मंजिल मेरी, अभी पूरा आसमान बाकी है,
लहरों की ख़ामोशी को समंदर की बेबसी मत समझ ऐ नादाँ,
जितनी गहराई अन्दर है, बाहर उतना तूफ़ान बाकी है…
अर्जुन रामपाल और उर्वशी रौतेला से प्रभावित रहने के कारण निखिल मॉडलिंग की दुनिया में अपना नाम रौशन करना चाहते थे इसी को देखते हुये खुद से ही अपनी ग्रुमिंग शुरू की। वर्ष 2015 में निखिल ने मॉडलिंग हंट शो
मिस्टर एंड मिस नार्थ इंडिया में हिस्सा लिया जिसमें वह सर्वश्रेष्ठ पर्सनालिटी के खिताब से नवाजे गये। निखिल शो के विजेता नही बन सके लेकिन उन्होंने हिम्मत नही हारी। निखिल का मानना है कि रात नहीं ख्वाब बदलता है, मंजिल नहीं कारवाँ बदलता है; जज्बा रखो जीतने का क्यूंकि, किस्मत बदले न बदले , पर वक्त जरुर बदलता है |

वर्ष 2015 में ही निखिल ने राजधानी पटना में हुये मशहूर टैलेंट हंट शो देव एंड दिवा में  हिस्सा लिया । कहते हैं अगर किसी चीज को दिल से चाहो, तो पूरी कायनात उसे तुमसे मिलाने की साजिश में लग जाती हैं। निखिल
ने इस शो में हिस्सा लिया और विजेता का ताज अपने नाम कर लिया।निखिल का मानना है कि जिंदगी में कुछ पाना हो तो खुद पर ऐतबार रखना ,सोच पक्की और क़दमों में रफ़्तार रखना कामयाबी मिल जाएगी एक दिन निश्चित ही तुम्हें ,बस खुद को आगे बढ़ने के लिए तैयार रखना। निखिल मॉडलिंग शो में भले विजेता बन गये लेकिन उनकी आंखो में कुछ बडे सपने थे। निखिल का मानना है कि बेहतर से बेहतर कि तलाश करो
मिल जाये नदी तो समंदर कि तलाश करो
टूट जाता है शीशा पत्थर कि चोट से
टूट जाये पत्थर ऐसा शीशा तलाश करो

वर्ष 2016 में निखिल ने मिस्टर इंडिया मैन हंट में बिहार को रिप्रेजेंट किया हालांकि वह शो के विजेता नही बन सके।
उसे गुमाँ है कि मेरी उड़ान कुछ कम है
मुझे यक़ीं है कि ये आसमान कुछ कम है
वर्ष 2017 में ही निखिल को रांची में हुये मिस्टर एंड मिस एटीच्यूड में हिस्सा लेने का अवसर मिला और उन्होंने इस बार खिताब अपने नाम कर लिया। निखिल को बॉलीवुड की बेबी डॉल सनी लियोनी और मशहूर फैशन डिजाइनर रोहित बल के द्वारा सम्मानित किया गया।

रख हौसला वो मन्ज़र भी आएगा,
प्यासे के पास चल के समंदर भी आयेगा;
थक कर ना बैठ ऐ मंज़िल के मुसाफिर,
मंज़िल भी मिलेगी और मिलने का मजा भी आयेगा।

निखिल की प्रतिभा को देखते हुये उन्हें बॉलीवुड फिल्म शहीद ए आजम में काम करने का अवसर मिला। इस फिल्म में उन्होंने महान स्वतंत्रता सेनानी कमल नाथ तिवारी की दमदार भूमिका निभायी और दर्शकों का दिल जीत लिया।निखिल इन दिनों फिल्म डेथ ऑफ संडे नामक हिंदी फिल्म में काम कर रहे हैं। निखिल ने बताया  कि वह हर तरह के किरदार निभाने की ख्वाहिश रखते हैं। निखिल  आज मॉडलिंग और फैशन की दुनिया में कामयाबी की बुलंदियों पर है। निखिल अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता के साथ ही अपने शुभचितंको को देते है जिन्हें हर कदम उन्हें सपोर्ट किया है।